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टोक्यो ओलंपिक में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। जापान के टोक्यो में खेलों के महाकुंभ का आगाज 23 जुलाई से होगा और 8 अगस्त तक खेल के गलियारों में इसकी रौनक देखने को मिलेगी। टोक्यो 2020 में भारत के से भी कई एथलीट हिस्सा ले रहे हैं और सभी से दमदार प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के जरिए उन 10 भारतीय एथलीट्स के नाम बताने जा रहे हैं, जिनसे पूरे देश को पदक की उम्मीद रहेगी... तो चलिए बिना देर किए डालते उन एथलीटों के नाम पर एक नजर-पीवी सिंधु (बैडमिंटन)-रियो ओलंपिक में पहली बार देश के लिए रजत पदक जीतने वाली स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु से बार स्वर्ण पदक की उम्मीद की जाएगी। 2016 के रियो ओलिंपिक के फाइनल में सिंधु स्पेन की कैरोलीना मारेन से हारकर उपविजेता रहीं और सिल्वर मेडल जीता। वे बैडमिंटन में ओलिंपिक का सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।मौजूदा समय में विश्व रैंकिंग में सातवें नंबर पर काबिज सिंधु 3 विश्व चैंपियनशिप फाइनल, एशियाई खेलों में व्यक्तिगत रजत और टीम कांस्य, राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक इत्यादि जीत चुकी हैं।मनु भाकर (निशानेबाजी)-टोक्यो ओलंपिक में वैसे तो 15 निशानेबाजों ने हिस्सा लिया है, लेकिन मनु भाकर पर सभी की नजरें टिकी होंगी, क्योंकि 19 साल की निशानेबाज खिताब जीतने की प्रबल दावेदार हैं। मनु भाकर टोक्यो 2020 में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल के साथ-साथ 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में भी निशानेबाजी करेंगी।वो एक अन्य युवा निशानेबाज़ सौरभ चौधरी के साथ जोड़ी बनाकर मिक्स इवेंट की श्रेणी में भी हिस्सा लेंगी। 19 वर्षीय खिलाड़ी 25 मीटर पिस्टल में कॉम्पटीशन करेंगी। मगर उन्होंने अब तक 10 मीटर एयर पिस्टल में काफी सफलता हासिल की है, इसलिए ये उनका मुख्य इवेंट होगा।अमित पंघल (बॉक्सिंग)-अमित पंघल का नाम भी इस लिस्ट में शुमार है। अमित वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज हैं। पंघल ने साल 2018 में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देते हुए एशियाई खेलों के फाइनल में रियो ओलंपिक चैंपियन हसनबॉय दुस्मातोव को हराया था। इसके अलावा उसी साल राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और 2018 एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल भी जीता था।
र्तमान में अपने भार वर्ग में दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी के स्थान पर मौजूद पंघल ने 49 किग्रो से 52 किग्रो भार वर्ग में बदलना पड़ा क्योंकि उनका भारवर्ग ओलंपिक से हटा दिया गया था। इन सबके बावजूद वो भारत के लिए एक बड़े मेडल की उम्मीद है।विनेश फोगाट (रेसलिंग)-पिछले साल विनेश फोगाट ने कजाकिस्तान के नूर-सुल्तान में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के बाद ओलंपिक का टिकट अर्जित करने वाली पहली महिला पहलवान बनी थी। इससे ठीक एक साल पहले उन्होंने एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों कें गोल्ड मेडल जीता था। 53 किग्रो वर्ग में दुनिया की नंबर-1 खिलाड़ी को अब तलाश होगी अपने शानदार करियर में एक और गौरव हासिल करने की।बजरंग पूनिया (कुश्ती)-इस लिस्ट में अगला नाम पहलवान बजरंग पूनिया का आता है। पूनिया भी उन खिलाड़ियों में शामिल है, जिसने देश पदक की उम्मीद लगाए बैठा हुआ है। पूनिया ने साल 2018 के एशियन खेलों में पुरुषों की 65 किलोग्राम वर्ग स्पर्धा के फाइनल में जापान के पहलवान तकातानी डियाची को एकतरफा मुकाबले में 11-8 से हराया था।2018 के राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इसके अलावा 2019 में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। 2021 में, उन्होंने रोम, इटली में आयोजित मैटेओ पेलिकोन रैंकिंग सीरीज 2021 में 65 किग्रा स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
एमसी मैरी कॉम (बॉक्सिंग)-टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले भारतीय एथलीट्स की बात ही रही हो और उसमें एमसी मैरी कॉम के नाम का जिक्र न हो ऐसा भला कैसे हो सकता है। छह बार की वर्ल्ड चैंपियन और लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम अभी 38 साल की है, लेकिन उनकी रफ्तार अभी भी धीमी नहीं हुई है। 2019 विश्व चैंपियनशिप में उन्होंने कांस्य पदक अपने नाम किया था। टोक्यो 2020 में भी वह भारत की बड़ी उम्मीद के तौर पर देखीं जा रही हैं।
एलावेनिल वलारिवन (शूटिंग)-एलावेनिल वलारिवन महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में वर्ल्ड नंबर-1 शूटर है और आगामी 23 जुलाई से शुरू होने वाले टोक्यो ओलंपिक में भारत के पदक की उम्मीदों में से एक है। युवा सुपरस्टार ने लगातार अच्छा प्रदर्शन कर टोक्यो का टिकट कटाया। आशा करते हैं कि, खेलों के महाकुंभ में जरुर अपनी छाप छोड़ने में सफल रहेगी।मनिका बत्रा (टेबल टेनिस)-टोक्यो ओलंपिक में भारत की तरफ से मनिका बत्रा भारतीय टेबल टेनिस में महिला एकल मुकाबले का नेतृत्व करेंगी। रिया 2016 के ओलंपिक में डेब्यू करने के बाद मनिका ने कई मुकाबले अपने नाम किए हैं। जहां उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन रैंक के माध्यम से अच्छा प्रदर्शन किया। वहीं, अब उनकी नजर टोक्यो 2020 गेम्स पर रहेगी।नीरज चोपड़ा (जेवलिन थ्रो)-हरियाणा के खंडार गांव में जन्मे नीरज चोपड़ा का अब तक का सफर काफी हैरान करने वाला रहा है। 12 साल की उम्र में मोटापे का शिकार नीरज को उनके घर वालों ने खेल से जोड़ा ताकि उनका वजन कम हो सके। जिसके बाद उन्होंने पानीपत के शिवजी स्टेडियम में नीरज ने जमकर ट्रेनिंग करना शुरू कर दिया। आज नीरज चोपड़ा खेल की दुनिया में किसी परिचय के मोहताज नहीं है। नीरज भारत के लिए जेवलिन थ्रो के एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं और अब उनकी नजरें टोक्यो 2020 में देश का नाम ऊंचा करने पर रहेगी।दीपिका कुमारी (तीरंदाजी)-इस लिस्ट में अंतिम नाम महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी का आता है। तीरंदाजी में उनके प्रोफेशनल करियर की शुरुआत 2006 में हुई जब उन्होंने टाटा तीरंदाजी अकादमी ज्वाइन की। यहां उन्होंने तीरंदाजी के सभी दांव-पेच सीखे। 2006 में मैरीदो मेक्सिको में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप में कम्पाउंड एकल प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता। इस...
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टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से साउथैम्पटन में ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाएगा। मैच के दौरान पिच का मिजाज क्या होगा, इसका खुलासा खुद पिच क्यूरेटर सिमोन ली ने किया है। उनके मुताबिक पिच में पेस और उछाल रहेगा, जिससे क्रिकेट फैंस को गेंदबाज और बल्लेबाज के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।ली ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा कि दोनों टीम के लिए यह न्यूट्रल वेन्यू है। इस कारण ICC के निर्देश अनुसार ऐसी पिच तैयार की जा रही है, जो दोनों टीम के लिए बराबर हो। हम सभी दोनों टीम के बीच बराबरी का मुकाबला भी देखना चाहते हैं। मैं व्यक्तिगत तौर पर ऐसी पिच चाहता हूं जिस पर कैरी, बाउंस और तेजी हो।फाइनल के दौरान मौसम अच्छा रहेगा, तेज धूप निकल सकती हैउन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि इंग्लैंड में ज्यादातर मौसम अनुकूल नहीं होता और उससे कोई मदद नहीं मिलती। ऐसे में मन मुताबिक पिच बनाना मुमकिन नहीं होता, लेकिन इस बार मौसम विभाग की मानें तो फाइनल के दौरान मौसम अच्छा रहेगा और तेज धूप रह सकती है। ऐसे में हम उम्मीद कर सकते हैं कि बिना ओवर रोलिंग किए हमें हार्ड पिच, ज्यादा गति मिल सकती है।ली ने कहा कि पेस हमेशा ही रेड बॉल क्रिकेट को रोमांचक बनाता है। मैं भी क्रिकेट फैन हूं और ऐसी पिच बनाना चाहता हूं जहां क्रिकेट फैंस हर बॉल को देखना पसंद करें और मजा लें। चाहे क्लास बैटिंग हो या एक शानदार बॉलिंग स्पेल। जब बॉलर और बैट्समैन के बीच कड़ी टक्कर होती है, तब एक मेडन ओवर देखना काफी रोमांचक होता है।यही कारण है कि पिच पर थोड़ी गति और उछाल देखने को मिल सकता है, क्योंकि हम पिच को एकतरफा गेंदबाजों के लिए नहीं बनाना चाहते। इससे सभी खुश भी हैं।खिताबी जंग के लिए दोनों टीमें तैयारखिताबी मुकाबले के लिए टीम इंडिया और न्यूजीलैंड पूरी तरह तैयार हैं। कीवी टीम इस महीने की शुरुआत में इंग्लैंड को 2 टेस्ट की सीरीज में 1-0 से हरा चुकी है। यह इंग्लैंड में उसकी 22 साल बाद टेस्ट सीरीज में पहली जीत है।वहीं, टीम इंडिया 3 जून को ही इंग्लैंड पहुंच गई थी। यहां 3 दिन क्वारैंटाइन के बाद खिलाड़ियों ने नेट प्रैक्टिस शुरू कर दी थी। साथ ही फाइनल की तैयारी को लेकर विराट कोहली की टीम 11 जून से 4 दिवसीय प्रैक्टिस मैच खेल रही है। सभी खिलाड़ी 2 टीम में बंटकर आपस में यह मैच खेल रहे हैं।...
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न्यूजीलैंड टीम ने ICC वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से पहले इंग्लैंड को हराकर दम दिखाया है। कीवी टीम ने इंग्लैंड को 2 टेस्ट की सीरीज के आखिरी मैच में रविवार को 8 विकेट से शिकस्त दी। इसी के साथ सीरीज 1-0 से अपने नाम कर ली। दोनों टीम के बीच पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था। दूसरे टेस्ट में चोटिल केन विलियम्सन की जगह टॉम लाथम कप्तानी कर रहे थे।न्यूजीलैंड ने 22 साल बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती है। इससे पहले जुलाई 1999 में 2-1 से हराया था। अब न्यूजीलैंड के 18 जून से टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेलना है। यह मैच टीम इंडिया के खिलाफ इंग्लैंड के ही साउथैम्पटन में खेला जाएगा।बर्मिंघम टेस्ट में मेजबान इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 303 रन बनाए थे। इसके जवाब में न्यूजीलैंड टीम 388 रन पर ऑलआउट हुई। कीवी टीम ने इस लिहाज से 85 रन की बढ़त बना ली थी। इसके बाद इंग्लैंड दूसरी पारी में 122 रन ही बना सकी और कीवी टीम को 38 रन का टारगेट दिया। इसके जवाब में न्यूजीलैंड ने 2 विकेट गंवाकर 41 रन बनाते हुए मैच अपने नाम कर लिया।इंग्लैंड की पहली पारीपहली पारी में इंग्लिश टीम के लिए रोरी बर्न्स और डेन लॉरेंस ने 81-81 रन की पारी खेली। इनके अलावा मार्क वुड ने 41 और डॉम सिबली ने 35 रन बनाए। इनके बदौलत इंग्लैंड ने 303 रन बनाए। न्यूजीलैंड के लिए तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने 4 और मैट हेनरी ने 3 विकेट लिए। स्पिनर अजाज पटेल को 2 और पेसर नील वैगरन को 1 विकेट मिला।न्यूजीलैंड की पहली पारीकीवी टीम की ओर से पहली पारी में 3 फिफ्टी लगीं। विल यंग ने 82 रन बनाए, जबकि डेवोन कॉन्वे और रॉस टेलर ने 80-80 रन की पारी खेली। इसके बदौलत न्यूजीलैंड टीम ने 388 रन बनाते हुए 85 रन की बढ़त बनाई। इंग्लैंड के लिए फास्ट बॉल स्टुअर्ट ब्रॉड ने सबसे ज्यादा 4 विकेट झटके। मार्क वुड और ओली स्टोन को 2-2 सफलता मिली। जेम्स एंडरसन और डेन लॉरेंस ने 1-1 विकेट लिए।
इंग्लैंड की दूसरी पारीदूसरी पारी में न्यूजीलैंड के बॉलर पूरी तरह हावी दिखे। इंग्लैंड ने 30 रन पर ही 3 विकेट गंवा दिए थे। तेज गेंदबाज मैट हेनरी और नील वैगनर ने 3-3 विकेट लेकर मिडिल ऑर्डर ढहाया। वहीं, एंडरसन और अजाज ने 2-2 विकेट लेकर इंग्लैंड टीम के 122 रन पर समेट दिया। इसके बदौलत न्यूजीलैंड के सिर्फ 38 रन का टारगेट मिला। इंग्लैंड के लिए दूसरी पारी में मार्क वुड ने 29 और ओली पोप ने 23 रन बनाए। बाकी किसी का बल्ला इतना भी नहीं चला।न्यूजीलैंड की दूसरी पारी38 रन के टारगेट का पीछा करते हुए कीवी टीम ने 10.5 बॉल में ही 2 विकेट गंवाकर 41 रन बनाते हुए मैच अपने नाम कर लिया। टीम को कप्तान टॉम लाथम ने नाबाद 23 रन बनाते हुए मैच जिताया। टीम ने सिर्फ 2 विकेट गंवाए। ब्रॉड ने कॉन्वे को 3 रन पर कैच आउट कराया। जबकि विल यंग 8 रन बनाकर ओली स्टोन की बॉल पर क्लीन बोल्ड हुए।
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आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अब एक हफ्ते से भी कम का समय शेष रह गया है। डब्ल्यूटीसी फाइनल 18 से 22 के बीच साउथम्प्टन के मैदान पर खेला जाएगा। इस महा मुकाबले से पहले टीम इंडिया ने साउथम्प्टन के एजेस बाउल मैदान पर एक इंट्रा-स्क्वैड मैच खेला।तीन दिन का क्वारनटीन पीरियड पूरा करने के बाद टीम इंडिया शुक्रवार को पहली बार मैदान पर नजर आई। टीम के सभी खिलाड़ियों ने दो टीमें बनाकर एक इंट्रा-स्क्वैड मैच खेला और इस दौरान युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत शानदार लय में नजर आए।बीसीसीआई ने इंट्रा-स्क्वैड मैच की कुछ तस्वीरें और एक वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की, जिसमें ऋषभ पंत बड़े और आक्रामक शॉट्स खेलते नजर आए। बीसीसीआई ने जो वीडियो शेयर किया, उसमें पंत छक्का के साथ अपना अर्धशतक पूरा करते नजर आए और उन्होंने बल्ला उठाकर इसका जश्न भी मनाया।वीडियो में टीम के कप्तान विराट कोहली, उपकप्तान अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और शुभमन गिल को भी बल्लेबाजी करते देखा जा सकता है। साथ ही गेंदबाजी में इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज अपनी पूरी लय में नजर आए।ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ भी चमका था ऋषभ का बल्लायाद दिला दें कि, पिछले साल जब टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर गई थी तब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के शुरू होने से पहले भारत और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच एक अभ्यास मैच खेला गया था, जहां ऋषभ ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 73 गेंदों पर नाबाद 103 रन बनाए थे और बाद में सीरीज शुरू होने के बाद टीम इंडिया ट्रॉफी जीतने में कामयाब हुई थी।इस बार भी ऋषभ पंत ने अभ्यास मैच में अर्धशतक बनाकर अपने इरादे साफ कर दिए हैं। वैसे भी टेस्ट फॉर्मेट में इस समय ऋषभ पंत अपने स्वर्णिम दौरे में चल रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया सीरीज में उनके बल्ले से तीन टेस्ट मैचों में 68.50 की औसत के साथ 274 रन देखने को मिले थे, जबकि इंग्लैंड के खिलाफ भी उन्होंने चार मैचों में 54 की शानदार औसत के साथ 270 रन बनाए थे।
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- Post by Admin on 1049 days, 2 hours ago
ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच से पहले टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन कैसी होनी चाहिए. कौन खिलाड़ी इस बेहद अहम मैच के लिए सबसे फिट रहेगा इसे लेकर चर्चा जोरों पर है. क्रिकेट एक्सपर्ट्स इस मामले में अपनी राय लगातार दे रहे हैं. अब भारतीय टीम की पेस कांबिनेशन को लेकर टीम इंडिया के सीनियर स्पिनर हरभजन सिंह ने भी अपनी सलाह दी है.मैं कप्तान होता तो मैं इस मैच में तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरता:शायद ये पहला मौका है जब इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह), मो. सिराज व मो. शमी चारों ही इस टेस्ट मैच में चयन कि लिए उपलब्ध हैं. टीम मैनेजमेंट के लिए ये बड़ा सिरदर्द है क्योंकि इशांत शर्मा के पास काफी अनुभव है तो वहीं मो. सिराज ने पिछले 8-10 महीनों में खूब प्रभावित किया है और वो काफी युवा है. अब इशांत और सिराज में से किसे प्लेइंग इलेवन में जगह मिलनी चाहिए इसे लेकर हरभजन सिंह ने पीटीआइ से बात करते हुए कहा कि, अगर मैं कप्तान होता तो मैं इस मैच में तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरता. इनमें से बुमराह और शमी तो टीम में होते ही, लेकिन तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर मैं इशांत शर्मा के उपर सिराज को तरजीह देता.इशांत शर्मा ने इंजरी होने के बाद भी भारतीय क्रिकेट के लिए काफी कुछ किया:भज्जी ने कहा कि, इशांत शर्मा शानदार गेंदबाज हैं लेकिन टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए सिराज मेरी पसंद होंगे जिन्होंने पिछले दो साल में खुद में जबरदस्त बदलाव किए हैं. उन्होंने कहा कि, इशांत से पास अनुभव है, लेकिन सिराज के पास जिस तरह का पेस और आत्मविश्वास है वो उन्हें फाइनल मैच से लिए ज्यादा परफेक्ट गेंदबाज साबित करता है. पिछले छह महीनों में उन्होंने जिस तरह का फॉर्म दिखाया है उससे यही लगता है कि वो बस चांस के भूखे हैं. पिछले दिनों इशांत शर्मा इंजरी से जूझ रहे थे, लेकिन उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए काफी कुछ किया है. भज्जी ने कहा कि, अगर पिच पर घास रहती है तो सिराज विरोधी टीम के लिए घातक साबित होंगे. आप विश्वास करें सिराज को खेलना कीवी बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि वो गेंद से गति हासिल कर सकते हैं. मैंने देखा है कि, इस साल उन्होंने एक्यूरेट यॉर्कर डाले हैं और लगातार सही स्पॉट पर एक के बाद एक गेंद फेंक रहे हैं साथ ही उनकी गति में भी बढ़ोतरी हुई है। ...
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ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच से पहले टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन कैसी होनी चाहिए. कौन खिलाड़ी इस बेहद अहम मैच के लिए सबसे फिट रहेगा इसे लेकर चर्चा जोरों पर है. क्रिकेट एक्सपर्ट्स इस मामले में अपनी राय लगातार दे रहे हैं. अब भारतीय टीम की पेस कांबिनेशन को लेकर टीम इंडिया के सीनियर स्पिनर हरभजन सिंह ने भी अपनी सलाह दी है.मैं कप्तान होता तो मैं इस मैच में तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरता:शायद ये पहला मौका है जब इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह), मो. सिराज व मो. शमी चारों ही इस टेस्ट मैच में चयन कि लिए उपलब्ध हैं. टीम मैनेजमेंट के लिए ये बड़ा सिरदर्द है क्योंकि इशांत शर्मा के पास काफी अनुभव है तो वहीं मो. सिराज ने पिछले 8-10 महीनों में खूब प्रभावित किया है और वो काफी युवा है. अब इशांत और सिराज में से किसे प्लेइंग इलेवन में जगह मिलनी चाहिए इसे लेकर हरभजन सिंह ने पीटीआइ से बात करते हुए कहा कि, अगर मैं कप्तान होता तो मैं इस मैच में तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरता. इनमें से बुमराह और शमी तो टीम में होते ही, लेकिन तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर मैं इशांत शर्मा के उपर सिराज को तरजीह देता.इशांत शर्मा ने इंजरी होने के बाद भी भारतीय क्रिकेट के लिए काफी कुछ किया:भज्जी ने कहा कि, इशांत शर्मा शानदार गेंदबाज हैं लेकिन टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए सिराज मेरी पसंद होंगे जिन्होंने पिछले दो साल में खुद में जबरदस्त बदलाव किए हैं. उन्होंने कहा कि, इशांत से पास अनुभव है, लेकिन सिराज के पास जिस तरह का पेस और आत्मविश्वास है वो उन्हें फाइनल मैच से लिए ज्यादा परफेक्ट गेंदबाज साबित करता है. पिछले छह महीनों में उन्होंने जिस तरह का फॉर्म दिखाया है उससे यही लगता है कि वो बस चांस के भूखे हैं. पिछले दिनों इशांत शर्मा इंजरी से जूझ रहे थे, लेकिन उन्होंने भारतीय क्रिकेट के लिए काफी कुछ किया है. भज्जी ने कहा कि, अगर पिच पर घास रहती है तो सिराज विरोधी टीम के लिए घातक साबित होंगे. आप विश्वास करें सिराज को खेलना कीवी बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि वो गेंद से गति हासिल कर सकते हैं. मैंने देखा है कि, इस साल उन्होंने एक्यूरेट यॉर्कर डाले हैं और लगातार सही स्पॉट पर एक के बाद एक गेंद फेंक रहे हैं साथ ही उनकी गति में भी बढ़ोतरी हुई है। ...
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फीफा वर्ल्ड कप के बाद फुटबॉल का दूसरा सबसे बड़ा ग्लोबल टूर्नामेंट यूरो कप है। फ्रांस, स्पेन, इटली, जर्मनी, पुर्तगाल, इंग्लैंड, बेल्जियम जैसी यूरोप की 24 दिग्गज टीमें टूर्नामेंट के फाइनल्स (मुख्य टूर्नामेंट) में हिस्सा लेती हैं। 11 जून से 11 जुलाई तक यूरोप के 11 देशों में होने वाले टूर्नामेंट के लिए सभी 24 टीमों में 26-6खिलाड़ी शामिल हैं।आम तौर पर एक टीम में 23 खिलाड़ी होते हैं, लेकिन, इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए हर टीम को 26 खिलाड़ी रखने की छूट दी गई है। चलिए जान लेते हैं कि इस बार यूरो कप में भाग ले रही सबसे उम्रदराज और सबसे युवा टीम कौन सी है। साथ ही यह भी जानेंगे कि टूर्नामेंट के सबसे उम्रदराज और सबसे युवा खिलाड़ी कौन हैं।स्पेन की टीम सबसे युवा, फिर तुर्की का नंबरतीन बार की यूरो चैंपियन स्पेन की टीम इस बार टूर्नामेंट की सबसे युवा टीम है। स्पेन के 26 खिलाड़ियों की औसत उम्र 24.1 साल है। बार्सिलोना के मिडफील्डर पेड्री (18 साल) स्पेन के सबसे युवा खिलाड़ी हैं। सर्जियो बास्केट्स और जोर्डी अल्बा टीम के दो सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं। दोनों 32 साल के हैं। तुर्की ने इस टूर्नामेंट में दूसरी सबसे युवा टीम उतारी है। तुर्की के खिलाड़ियों की औसत उम्र 24.6 साल है। इंग्लैंड की टीम इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर है। उसके खिलाड़ियों की औसत उम्र 24.8 साल है। 17 साल के जूड बेलिंघम टीम के सबसे युवा खिलाड़ी हैं। जूड पिछले 140 साल में इंग्लैंड के पहले ऐसे खिलाड़ी बने हैं जो टीम के लिए किसी मैच में पूरे 90 मिनट तक खेले। उनसे पहले 1881 में थर्स्टन रॉस्ट्रॉन ने यह कारनामा किया था।स्वीडन सबसे उम्रदराज, बेल्जियम की टीम सबसे अनुभवीयूरो 2020 में सबसे उम्रदराज टीम स्वीडन ने उतारी है। स्वीडन के खिलाड़ियों की औसत उम्र 29.2 साल है। दूसरे स्थान पर बेल्जियम की टीम है। बेल्जियम के खिलाड़ियों की औसत उम्र 28.7 साल है। साथ ही बेल्जियम के खिलाड़ियों का कुल मैच टोटल 1338 है। यानी यह टीम इंटरनेशनल मैच खेलने के लिहाज से सबसे अनुभवी भी है। बेल्जियम के चार खिलाड़ी अब तक 100 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेल चुके हैं। ड्रायस मर्टेंस अगर रूस के खिलाफ मैच में उतरते हैं तो यह उनका 99वां मैच होगा।नीदरलैंड्स के गोलकीपर सबसे उम्रदराज खिलाड़ीनीदरलैंड्स के गोलकीपर मार्टिन स्टेकेलेनबर्ग यूरो 2020 के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं। वे 38 साल के हैं। यूरो कप फाइनल्स के इतिहास में सबसे उम्रदराज खिलाड़ी होने का रिकॉर्ड हंगरी के गैबोर किराली के नाम है। वे 2016 यूरो कप में 40 साल से ज्यादा की उम्र में खेले थे।पोलैंड के कैस्पर कोज्लोवस्की सबसे युवा खिलाड़ीपोलैंड के कैस्पर कोज्लोवस्की इस टूर्नामेंट के सबसे युवा खिलाड़ी हैं। वे 17 साल के हैं और 16 अक्टूबर 2021 को 18 साल के होंगे। इंग्लैंड के जूड बेलिंघम दूसरे सबसे युवा स्टार हैं। वे भी 17 साल के हैं और 29 जून को 18 साल के होंगे। यह यूरो कप फाइनल्स के इतिहास पहली बार होगा 18 साल से कम के दो खिलाड़ी हिस्सा लेंगे।चेल्सी और मैनचेस्टर यूनाइटेड के 15-15 खिलाड़ी
यूरो-2020 में क्लबों के प्रतिनिधित्व की बात करें तो चैंपियंस लीग की चैंपियन टीम चेल्सी और मैनचेस्टर यूनाइटेड सबसे आगे हैं। इन दोनों टीमों के 15-15 खिलाड़ी टूर्नामेंट में खेल रहे हैं। जर्मन क्लब बायर्न म्युनिख के 14 खिलाड़ी खेल रहे हैं।अपने देश की लीग के सबसे ज्यादा खिलाड़ी इंग्लैंड मेंअपने घर में तैयार खिलाड़ियों की संख्या के मामले में इंग्लैंड सबसे आगे। इंग्लैंड के 26 खिलाड़ियों में से 23 इंग्लिश प्रीमियर लीग में खेलते हैं। इटली की टीम सीरी-ए के 22 खिलाड़ी हैं। रूस की टीम में भी रूसी लीग के 22 खिलाड़ी हैं। इस मामले में सबसे पीछे फिनलैंड और स्लोवाकिया हैं। दोनों की घरेलू लीग के सिर्फ 1-1 खिलाड़ी ही उनकी नेशनल टीम में शामिल हैं।...
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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने 29 मई को हुई एसजीएम के बाद ऐलान किया था कि आईपीएल-14 के बचे मैच यू ए ई में खेले जाएंगे. हालांकि, तारीखों की घोषणा होनहोना बाकी थी, जो अब कर दी गई हैइंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 14वां सीजन दोबारा कब से शुरू होगा? ये सवाल क्रिकेट फैन्स के जेहन में तब से चल रहा है जब 4 मई को आईपीएल को टालने का ऐलान इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 29 मई को हुई SGM के बाद ऐलान किया कि आईपीएल-14 के बचे मैच UAE में खेले जाएंगे. हालांकि तारीखों की घोषणजो अब कर दी गई है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, आईपीएल-14 दोबारा 19 सितंबर से शुरू होगा और फाइनल मुकाबला 15 अक्टूबर को खेला जाएगा. खास बात है ये ही न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, आईपीएल-14 दोबारा 19 सितंबर से शुरू होगा और फाइनल मुकाबला 15 अक्टूबर को खेला जाएगा. खास बात है ये ही कि इसी दिन देश मेंइंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 14वां सीजन दोबारा कब से शुरू होगा? ये सवाल क्रिकेट फैन्स के जेहन में तब से चल रहा है जब 4 मई को आईपीएल को टालने का ऐलान हहुआ था. इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 29 मई को हुई SGM के बाद ऐलान किया कि आईपीएल-14 के बचे मैच UAE में खेले जाएंगे. हालांकि तारीखों की घोसणा होना बाकी थी,न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, आईपीएल-14 दोबारा 19 सितंबर से शुरू होगा और फाइनल मुकाबला 15 अक्टूबर को खेला जाएगा. खास बात है ये ही कि इसी दिन देश दशहरा मनाया जा रहा होगा. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने ANI को बताया कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड और अमीरात क्रिकेट बोर्ड के बीच हाल में हुई बैठकें अच्छी रहीं और भारतीय बोर्ड को विश्वास है कि आईपीएल-14 के बचे मैच दुबई, शारजाह और अबु धाबी में सफलतापूर्वक आयोजित किए जाएंगे. अधिकारी ने कहा, 'चर्चा वास्तव में अच्छी रही और अमीरात क्रिकेट बोर्ड ने बीसीसीआई की एसजीएम से पहले आईपीएल की मेजबानी के लिए मौखिक मंजूरी दे दी थी. आईपीआईपीएल 19 सितंबर से फिर से शुरू होगा. फाइनल 15 अक्टूबर को होगा. बीसीसीआई हमेशा से बचे मैचों को खत्म करने के लिए 25 दिन का समय चाहता था.क्या आईपीएल-14 के बचे मैचों में विदेशी खिलाड़ी उपलब्ध रहेंगे? इसपर बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि अन्य देशों के क्रिकेट बोर्ड के साथ बातचीत जारी है ...
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न्यूजीलैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज टिम साउदी ने कहा कि उनकी टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट में तीसरा दिन बारिश की भेंट चढ़ने के बावजूद जीत की उम्मीद नहीं छोड़ी है।साउदी ने 43 रन देकर 6 विकेट लिए, जिससे न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को पहली पारी में 275 रन पर आउट कर दिया। न्यूजीलैंड ने चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में दो विकेट पर 62 रन बनाए हैं और उसकी कुल बढ़त 165 रन हो गई है। न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 378 रन बनाए थे।ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार साउदी ने कहा, तीसरे दिन का खेल बारिश की भेंट चढ़ने के कारण नुकसान हुआ लेकिन आखिरी दिन 98 ओवर का खेल होगा और ऐसे में कोई भी परिणाम संभव है। कोई नहीं जानता कि क्या होगा लेकिन हम ऐसी स्थिति में हैं जहां हम जीत की कोशिश कर सकते हैं।उन्होंने कहा, आप अपने देश को जीत दिलाने के लिए टेस्ट मैच खेलते हो और लार्ड्स पर जीत विशेष होगी इसलिए हमें पांचवें दिन के लिए खास रणनीति के साथ मैदान पर उतरना होगा। साउदी ने शानदार गेंदबाजी करके दूसरी बार लार्ड्स की सम्मान पट्टिका में अपना नाम लिखवाया। तेज गेंदबाजी के उनके साथी काइल जैमीसन ने भी तीन विकेट लिए।जैमीसन ने इंग्लैंड के कप्तान जो रूट को चौथे दिन की पहली गेंद पर ही आउट कर दिया था। उन्होंने कहा, दिन की पहली गेंद पर ही जो रूट का विकेट हासिल करना, हम शायद इससे बेहतर शुरुआत की उम्मीद नहीं कर सकते थे।...
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इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच इंग्लैंड में खेला जाना है. इंग्लैंड में तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलती है इसलिए न्यूजीलैंड के फायदे में रहने का दावा हो रहा है.18 जून से इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच खेला जाना है. यह मुकाबला इंग्लैंड के साउथैम्पटन में खेला जाना है. इंग्लैंड में मैच होने की वजह से ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि न्यूजीलैंड की टीम भारत पर भारी पड़ सकती है. पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भी फाइनल में न्यूजीलैंड को पिच से फायदा मिलने की बात कही है.ब्रेट ली ने कहा है कि साउथैम्पटन में स्विंग और सीम गेंदबाजों को हमेशा से मदद मिली है और इसलिए न्यूजीलैंड को ज्यादा फायदा मिल सकता है. ली ने हालांकि साफ किया है कि जो भी टीम बेहतर गेंदबाजी करेगी खिताब उसके नाम हो सकता है.ब्रेट ली ने कहा, "मेरी समझ से अगर बल्लेबाजी को लिया जाए तो यह बराबरी का मुकाबला होगा. दोनों के बाद ऐसे कई काबिल बल्लेबाज हैं जो स्विंग गेंदबाजी को अच्छी तरह खेल सकते हैं लेकिन गेंदबाजी इस मैच में असल अंतर पैदा करेगी. कीवी टीम को फायदा मिल सकता है क्योंकि साउथेम्पटन के हालात उनके घर जैसे हैं."ड्यूक बॉल से हो सकती है परेशानी44 साल के ली ने आस्ट्रेलिया के लिए 76 टेस्ट मैचों में 310 विकेट लिए हैं. ली ने कहा कि इस न्यूट्रल वेन्यू की पिच सुपर फास्ट नहीं होगी लेकिन इसमें फास्ट बॉलर्स के लिए काफी कुछ होगा. ली ने आगे कहा, "मेरी समझ से इस पिच पर बल्लेबाजोंको परेशानी नहीं होनी चाहिए लेकिन अगर अच्छी गेंदबाजी होती है और जो टीम अच्छी गेंदबाजी करेगी, वह अंतर पैदा कर सकेगी."ब्रेट लीग ने ड्यूक गेंद से खेलने को कठिन चुनौती बताया है. ब्रेट ली ने कहा, ''इंग्लैंड में ड्यूक बॉल काफी स्विंग करती है. ऐसे में उन गेंदबाजों को फायदा मिलेगा, जिनके पास ड्यूक बॉल से गेंदबाजी का अनुभव है और जो इसे स्विंग करा सकते हैं. न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को ड्यूक बॉल पसंद आ सकती है."बता दें कि इंडिया और न्यूजीलैंड आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप की प्वाइंट्स टेबल में पहले-दूसरे स्थान पर रहे थे. इसी वजह से इन दोनों टीमों को फाइनल का टिकट हासिल हुआ....
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इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज को लेकर चर्चा शुरू हो चुकी है और तमाम दिग्गज क्रिकेटर्स इसके रिजल्ट को लेकर अपना प्रेडिक्टिओन भी शेयर कर रहे हैं. सुनीव गावस्कर ने भी प्रिडिक्ट किया है कि टीम इंडिया किस अंतर से इस सीरीज में इंग्लैंड को हराएगी.4 अगस्त से 14 सितंबर के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी इंडिया:टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ 4 अगस्त से 14 सितंबर के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया को 18 जून से न्यूजीलैंड के खिलाफ आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच खेलना है और इसके करीब डेढ़ महीने बाद इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलनी है. भारत की पिच को देखकर रोने वाला इंग्लैंड हो सकता है:गावस्कर ने कहा कि टेस्ट सीरीज इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के करीब छह सप्ताह बाद शुरू होगी. ऐसे में टीम इंडिया पर इसके रिजल्ट का बहुत कम या फिर बिल्कुल भी असर नहीं होगा. सीरीज अगस्त-सितंबर में खेली जाएगी, तो भारत इस सीरीज को 4-0 से जीतेगा. इस साल की शुरुआत में भारत में पिच को लेकर रोने वाला इंग्लैंड हो सकता है भारत को हरी पिचें दे.हरि पिचों पर खेलना इंडिया के लिए मुश्किल काम नहीं:गावस्कर ने कहा कि हरी पिचों पर खेलना अब टीम इंडिया के लिए मुश्किल की बात नहीं रह गई है. भारतीय टीम के पास ऐसा बॉलिंग अटैक है, जो इंग्लिश बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकता है. टीम इंडिया फिलहाल साउथम्पटन पहुंच चुकी है, जहां आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मैच खेला जाना है....
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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने आईपीएल के बाकी बचे 31 मैच संयुक्त अरब अमीरात में कराने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। बोर्ड प्रेसिडेंट सौरव गांगुली और सचिव जय शाह समेत कई टॉप अधिकारी फिलहाल यू ए ई में ही हैं। वहीं, इंग्लैंड के खिलाड़ियों के लीग के दौरान उपलब्ध न होने की खबरों के बीच बोर्ड ने विदेशी खिलाड़ियों पर सख्ती करने की तैयारी कर ली है। इनसाइड स्पोर्ट्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यू ए ई नहीं आने वाले विदेशी खिलाड़ियों की सैलरी काटी जाएगी। आईपीएल फेज-2 18-19 सितंबर से शुरू हो सकता है। वहीं, फाइनल 9-10 अक्टूबर को खेला जा सकता है।खिलाड़ियों को उनके मैच के मुताबिक पैसे मिलेंगे
रिपोर्ट के मुताबिक, पैट कमिंस जैसे खिलाड़ियों के बाकी मैच मिस करने पर उनकी फ्रेंचाइजी प्रोराटा बेसिस पर उनकी सैलरी का भुगतान करेगी। यानी खिलाड़ियों ने जितने मैच खेले हैं, उसके हिसाब से उन्हें सैलरी दी जाएगी। उदाहरण के तौर पर कमिंस को कोलकाता नाइट राइडर्स ने 15.5 करोड़ रुपए में खरीदा था। अगर वे आईपीएल का दूसरा फेज जॉइन नहीं करते हैं, तो उन्हें सिर्फ 7.75 करोड़ रुपए मिलेंगे।इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाड़ियों का खेलना मुश्किल
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर एश्ले जाइल्स ने पहले ही कह चुके हैं कि आईपीएल के दूसरे लेग के लिए उनके खिलाड़ी यू ए ई नहीं जा पाएंगे। इस दौरान इंग्लैंड को काफी देशों के साथ सीरीज हैं। ऐसे में ओएन मोर्गन, जॉश बटलर समेत कई इंग्लिश प्लेयर्स की सैलरी कट सकती है।कमिंस पर भी सस्पेंस ऑस्ट्रेलियाई मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस भी बाकी बचे मैचों के दौरान परिवार के साथ रहेंगे और यू ए ई नहीं आएंगे। ऐसे में इस तेज गेंदबाज की भी सैलरी कट सकती है। वहीं, बांग्लादेशी खिलाड़ी शाकिब अल हसन और मुस्तफिजुर रहमान के भी आईपीएल खेलने के बेहद कम चांसेज हैं।
भारतीय खिलाड़ियों पर प्रो-राता नियम लागू होगा?स्टैंडर्ड कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक, भारत के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर चुके खिलाड़ियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। इसमें बीसीसीआई की प्लेयर्स इंश्योरेंस स्कीम काम आएगी। इसे 2011 आईपीएल के दौरान उस वक्त के बीसीसीआइ सचिव एन श्रीनीवासन ने भारतीय खिलाड़ियों से बात करने के बाद लागू किया गया था। इसके तहत खिलाड़ियों के निजी कारणों से आईपीएल में हिस्सा नहीं लेने पर कंपनसेट किया जाएगा।...
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Rahul Dravid Can be India Team Coach: राहुल द्रविड़ भारत के श्रीलंका दौरे पर टीम इंडिया के कोच हो सकते हैं। टीम इंडिया इस दौरान इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेल रही होगी और दूसरी टीम इंडिया को सीमित ओवरों की सीरीज के लिए श्रीलंका जाना होगा।नई दिल्ली
कोविड-19 के कारण क्रिकेट शेड्यूल में काफी बदलाव हुआ है। और इसी दौरान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने टीम चयन में काफी क्रिएटिविटी भी दिखाई है। जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए पूरी तरह से अलग टीम चुनी जाएगी इस बात की भी चर्चा शुरू हो गई है कि शायद इस टीम की कोचिंग राहुल द्रविड़ करेंगे। भारतीय टीम जून से इंग्लैंड के दौरे पर होगी और इसी बीच जुलाई में भारतीय टीम श्रीलंका में सीमित ओवरों की सीरीज भी खेलेगी। यहां वे खिलाड़ी चुने जाएंगे जो इंग्लैंड दौरे पर नहीं हैं। यानी पूरी तरह से अलग टीम।भारत को श्रीलंका में तीन वनडे और तीन टी20 मैचों की सीरीज खेलनी है। इसके लिए पूरी तरह से अलग ही टीम चुनी जाएगी। इस दौरान विराट कोहली की कप्तानी में एक टीम रेड-बॉल सीरीज की तैयारी कर रही होगी।
विराट कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ी जो सीमित ओवरों की भारतीय टीम का अहम हिस्सा हैं, श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम के साथ नहीं होंगे। इसके साथ ही मुख्य कोच रवि शास्त्री, गैंदबाजी कोच भरत अरुण और बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ भी इंग्लैंड में ही होंगे।
इसी वजह से इस दौरे के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के लिए राहुल द्रविड़ का नाम सामने आ रहा है। क्रिकबज की रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है कि द्रविड़ के नाम पर चर्चा है। और इस बात की प्रबल संभावना है कि द्रविड़ टीम के साथ श्रीलंका जाएंगे। और उनके साथ नैशनल क्रिकेट अकादमी के कुछ लोग होंगे।
श्रीलंका दौरे के लिए शिखर धवन, पृथ्वी साव, सूर्यकुमार यादव, ईशान किशन, हार्दिक पंड्या, क्रुणाल पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, नवदीप सैनी, खलील अहमद, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव आदि को चुना जा सकता है।बीसीसीआई ने अभी तक टीम की घोषणा नहीं की है। इस बात में भी कोई शक नहीं है कि भारतीय टीम के पास वॉइट बॉल के कई अहम खिलाड़ी हैं।...
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नई दिल्ली. पूरा देश इस समय कोरोना की दूसरी लहर से जंग लड़ रहा है और इस मुश्किल समय में खेल को जारी रखना भी हर बोर्ड के लिए बड़ी चुनौती है. बीसीसीआई के लिए भी इस मुश्किल समय में क्रिकेट को जारी रखना एक चुनौती है. पहले ही इस महामारी के कारण आईपीएल (IPL 2021) के 14वें सीजन को बीच में टाल दिया गया और अब इस संकट के बीच भारतीय टीम को अगले महीने इंग्लैंड का दौरा करना है. ऐसे में बीसीसीआई ने इंग्लैंड दौरे पर जाने वाले भारतीय खिलाड़ियों को हिदायत देते हुए कह दिया है कि मुंबई पहुंचने के बाद यदि किसी खिलाड़ी की भी कोविड रिपोर्ट पॉजीटिव आई तो वो खुद को दौरे से बाहर मान सकता है.
दरअसल इंग्लैंड रवाना होने से पहले टीम को मुंबई में बायो बबल में रहना होगा. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार भारतीय टीम के फिजियो योगेश परमार ने सलाह दी है कि मुंबई पहुंचने तक खिलाड़ी खुद को आइसोलेट रखने की कोशिश करनी चाहिए. अपने होटल पहुंचने के बाद पहले दिन सभी खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ और उनके परिवार का आरटी पीसीआर होगा.
दो नेगेटिव रिपोर्ट आनी जरूरी
न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल और इसमें बाद मेजबान के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के लिए भारतीय टीम 2 जून को इंग्लैंड के लिए उड़ान भरेगी. बोर्ड के एक सूत्र ने कहा कि खिलाड़ियों को बता दिया गया है कि मुंबई पहुंचने के बाद अगर उनकी रिपोर्ट पॉजीटिव आई तो वह अपना दौरा खत्म मानें, क्योंकि बीसीसीआई किसी खिलाड़ी के लिए भी अन्य चार्टर उड़ान की व्यवस्था नहीं करेगा.
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ICC WTC Final: विराट कोहली की अगुआई वाली टीम इंडिया को 19 मई तक करनी होगी बायो-बबल में एंट्री
राहुल द्रविड़ होंगे श्रीलंका दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम के कोच: रिपोर्टसूत्र ने कहा कि मुंबई के लिए रवाना होने से पहले खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ और परिवार के सदस्यों का कोविड टेस्ट होगा और दो नेगेटिव रिपोर्ट आनी जरूरी होगी. यह इस बात को सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा कि वे बिना किसी इंफेक्शन के बायो बबल में आ रहे हैं. खिलाड़ियों को मुंबई पहुंचने के लिए हवाई या कार से यात्रा करने का विकल्प भी दिया गया है.
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भारतीय क्रिकेटरों द्वारा कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेने का सिलसिला लगातार जारी है और अब इस लिस्ट में नया नाम भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का भी जुड़ गया है। उन्होंने सोमवार को वैक्सीन की पहली डोज लेते हुए एक फोटो शेयर की है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से एक खास अपील भी है। उन्होंने कहा है कि, 'जितना जल्दी हो सके, कोरोना वैक्सीन लेने की कोशिश करें और सुरक्षित रहें।'
बता दें विराट कोहली से पहले टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे, सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और तेज गेंदबाज उमेश यादव भी कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हैं। इसके अलावा टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने मार्च में टीका लगवा लिया था।इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होने से पहले खिलाड़ियों को लग सकता है कोरोना वैक्सीन
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) को उम्मीद है कि इंग्लैंड दौरे पर जाने वाले खिलाड़ियों को भारत से रवाना होने से पहले कोरोना वायरस के खिलाफ लगने वाले टीके(वैक्सीन) का पहला डोज लग जाएगा। हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग के स्थगित होने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले वाले तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा के लिए हालांकि इंग्लैंड जाने से पहले टीका लगवाना मुश्किल होगा।
बीसीसीआई ने कहा है कि, 'कोविड-19 से उबरने के बाद आप एक समय अवधि के बाद ही टीकाकरण करवा सकते हैं। अगर प्रसिद्ध कृष्णा 18 या 20 मई को नेगेटिव आते हैं तो भी उनको पहले टीके के लिए चार सप्ताह का इंतजार करना होगा।' बोर्ड ने कहा कि अगर सभी खिलाड़ी भारत में कोविशील्ड टीका लगवाते हैं तो इंग्लैंड में इसके दूसरे डोज को लेने में आसानी होगी, क्योंकि यह ऑक्सफोर्ड का टीका है।...
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इंग्लैंड, UAE के बाद ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका जैसे 2 और देशों ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सामने IPL 2021 के बाकी बचे मैच को होस्ट करने का ऑफर रखा है। IPL के 14वें सीजन को 29 मैच के बाद कोरोना की वजह से सस्पेंड कर दिया गया था।
अब बाकी बचे 31 मैच के लिए BCCI 20 दिन की विंडो तलाश रहा है। इससे पहले साउथ अफ्रीका और UAE भी IPL होस्ट कर चुका है। पिछला सीजन UAE में हुआ था और इनसाइड स्पोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक इसके लिए BCCI ने उन्हें 98.5 करोड़ रुपए भी दिए थे।
टाइट शेड्यूल और कोरोना के चलते यह विंडो सितंबर-अक्टूबर में होने की पूरी संभावना है। भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से BCCI इसे दोबारा यहां कराने का खतरा नहीं उठाना चाहता। ऐसे में पिछले सीजन की तरह UAE में इसे कराने को लेकर बात चल रही थी। पर भारत को इंग्लैंड में 14 सितंबर तक टेस्ट खेलना है। ऐसे में इंग्लैंड के 4 काउंटी क्लब मिडलसेक्स, सरे, वारविकशायर और लंकाशायर ने भी IPL कराने का प्रस्ताव रखा था। अब श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया बोर्ड ने भी टूर्नामेंट के फेज-2 को होस्ट करने का प्रस्ताव रखा है। कई और देशों का इसे होस्ट करने को लेकर ऑफर आ सकता है।ऑप्शन 1: UAE
UAE BCCI का पहला ऑप्शन हो सकता है। पिछला सीजन भी इस देश ने सफलतापूर्वक होस्ट किया था। ऐसे में इस सीजन में भी उसी निर्देश और रोडमैप के साथ BCCI आसानी से यहां मैच करा सकता है। हो सकता है कि कोरोना की वजह से टी-20 वर्ल्ड कप भारत की बजाय UAE में ही हो। ऐसे में इंग्लैंड दौरे के बाद खिलाड़ी यहीं बाकी मैच खेल सकते हैं। हालांकि, इसमें एक परेशानी भी है। क्रिकेट एक्सपर्ट्स की मानें तो IPL और वर्ल्ड कप एक साथ UAE में होगा, तो दूसरे टूर्नामेंट के बीच में ही पिच काफी स्लो हो जाएंगी।
ऑप्शन 2: इंग्लैंड
इंग्लैंड BCCI की दूसरी च्वाइस हो सकती है। BCCI इंग्लिश समर का पूरा इस्तेमाल लीग को खत्म करने के लिए कर सकता है। भारतीय टीम मई से लेकर मिड सितंबर तक इंग्लैंड में ही रहेगी। ऐसे में सितंबर अंत में मिलने वाले 20 दिन के स्लॉट का आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। कई और देशों के खिलाड़ी भी वहां पहुंच सकते हैं। 4 इंग्लिश काउंटी क्लब के प्रस्ताव रखने से BCCI को हिम्मत भी मिली है।
ऑप्शन 3: ऑस्ट्रेलिया
बिग बैश लीग जैसे बड़े टी-20 लीग को होस्ट करने वाले ऑस्ट्रेलिया ने भी IPL की मेजबानी का प्रस्ताव रखा है। अगर BCCI ने फैसला लिया और ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने 4 महीने में अपने पॉलिसी में बदलाव किया, तो टूर्नामेंट को वहां भी कराया जा सकता है। हालांकि, इसके चांस कम हैं, क्योंकि इंग्लैंड टूर के बाद टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया जाना, फिर वापस भारत या UAE आकर टी-20 वर्ल्ड कप में शामिल होना न के बराबर है। फिलहाल ऑस्ट्रेलिया ने भारत से आने वाली फ्लाइट और लोगों पर बैन लगा रखा है।
ऑप्शन 4: श्रीलंका
श्रीलंका जुलाई से अगस्त के बीच लंका प्रीमियर लीग करवाने जा रहा है। इस टूर्नामेंट को अगर वे होस्ट कर लेते हैं, तो यह तय हो जाएगा कि वे IPL को भी उन्हीं ग्राउंड और होटल की मदद से सफलतापूर्वक समाप्त करवा सकते हैं।सवाल उठता है कि इतने सारे देश IPL की मेजबानी के लिए तैयार क्यों हैं? इसके 3 कारण...
पहला रेवेन्यू: IPL दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग है। इससे मिलने वाला रेवेन्यू कई दूसरे खेलों से ज्यादा है। BCCI इसके लिए जमकर पैसे लुटाती है और इससे उनकी करोड़ों कमाई भी होती है। पिछले सीजन UAE को इससे करीब 100 करोड़ रुपए का फायदा हुआ था। जब कोरोना की वजह से कई देशों के बोर्ड को नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में IPL होस्ट कर वे मुनाफा कमा सकते हैं।
दूसरा टूरिज्म को फायदा: भारत को छोड़ दिया जाए, तो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ने अपने घरेलू जमीन पर हुए मैच में दर्शकों को एंट्री दी थी। ऑस्ट्रेलियाई बिग बैश लीग और भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर दर्शक मैच देखने आए थे। वहीं, इंग्लैंड में भी दर्शकों को स्टेडियम आने की इजाजत है। ऐसे में BCCI, IPL फ्रेंचाइजी और खिलाड़ियों को भी फायदा होगा। IPL सिर्फ भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में पॉपुलर है। इससे वहां के सरकार को टूरिज्म से भी फायदा पहुंचेगा।
तीसरा अन्य सेक्टर से होने वाले फायदे: होस्टिंग बोर्ड को छोड़कर देशों को कई और सेक्टर से भी रेवेन्यू मिल सकता है। इसमें कमर्शियल, ऑफिशियल पार्टनर्स, स्पॉन्सर्स शामिल हैं।टूर्नामेंट रद्द होने पर होगा 2500 करोड़ रु. का नुकसान
BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वे फिलहाल टूर्नामेंट को लेकर जल्दबाजी नहीं कर रहे। धीरे-धीरे इस पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि IPL इस साल नहीं कराया जा सका, तो BCCI को इससे 2500 करोड़ रुपए तक का नुकसान होगा।
नवंबर-दिसंबर में IPL मुमकिन नहीं
इस साल IPL के बाकी बचे 31 मैच कराने के लिए नवंबर-दिसंबर में भी विंडो मिल सकती है, लेकिन ऐसा मुमकिन नहीं होगा। इस दौरान इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज खेलनी है। साथ ही अगले IPL सीजन के लिए मेगा ऑक्शन भी कराना होगा। ऐसे में नवंबर-दिसंबर में टूर्नामेंट कराना संभव नहीं होगा।टूर्नामेंट रद्द होने पर होगा 2500 करोड़ रु. का नुकसान
BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वे फिलहाल टूर्नामेंट को लेकर जल्दबाजी नहीं कर रहे। धीरे-धीरे इस पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि IPL इस साल नहीं कराया जा सका, तो BCCI को इससे 2500 करोड़ रुपए तक का नुकसान होगा।
नवंबर-दिसंबर में IPL मुमकिन नहीं
इस साल IPL के बाकी बचे 31 मैच कराने के लिए नवंबर-दिसंबर में भी विंडो मिल सकती है, लेकिन ऐसा मुमकिन नहीं होगा। इस दौरान इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज खेलनी है। साथ ही अगले IPL सीजन के लिए मेगा ऑक्शन भी कराना होगा। ऐसे में नवंबर-दिसंबर म...